तुझे किसी से प्यार हुआ था भूल जा
आंखों से आंसू मत बरसा
आंखों ने ही उसे छुआ था भूल जा
यही सोच ले स्वप्न एक था टूट गया
एक परदेसी तुझको पथ में लूट गया
उस पथ में मत जा
जिसमें उसका दीदार हुआ था, भूल जा
अब उसकी यादों का निशान मिटा दे तू
अब अपने सपनों को नै जुबान दे तू
मत देख स्वप्न वो
जिस पर वज्र प्रहार हुआ था, भूल जा
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पास आकर भी पास आ ना सके
हाल-ऐ-दिल आपको सुना न सके
मुस्कुराने की बात क्या कीजे
अश्क पलकों से एक गिरा ना सके
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