कल और आज
कल(आने वाला) का आज से क्या सम्बन्ध?
कल (आने वाला) कौन है ?
वह भी नहीं जानता,
वह मौन है
और कल(बीता हुआ)
एक पूर्ण ऐतिहासिक निबंध
"आज" बोल रहा है
कलियुग और सतयुग को
काल कि तराजू पर तोल रहा है
कलयुग ही श्रेष्ठ है
उसमें :आज "है
उसमें कल कि अनुभूति
और मौन कल(आने वाले) कि स्वरहीन
किन्तु सांकेतिक आवाज़ है
कल एक स्वप्न था
जो टूट गया
किन्तु उसका चित्र
स्मृति पटल पर छूट गया
और कल एक "स्वप्न" है
जो प्रतिपल है.
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1 टिप्पणियाँ:
sunder aabhas sanjoe man ka pratibimb hai ye rachana..............
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